| शब्द का अर्थ | 
					
				| चौबा					 : | पुं० [स्त्री० चौबाइन] चौबे | 
			
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				| चौबाई					 : | स्त्री० [हिं० चौ+बाईहवा] १. चारों ओर से बहनेवाली हवा। २. चारों ओर फैलनेवाली खबर या होनेवाली धूम-धाम। ३. चारों ओर फैलनेनाली निन्दा या बदनामी। | 
			
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				| चौबाछा					 : | पुं० [हिं० चौचार+बाछनाकर या चटंदा वसूल करना] मुगल-शासन-काल में पाग (प्रति मनुष्य), ताग (प्रति बालक), कूरी (प्रति घर) और पूँछी (प्रति चौपाया) के हिसाब से लगनेवाला एक कर। | 
			
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				| चौबार					 : | पुं० चौबारा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| चौबारा					 : | पुं० [हिं० चौ (चार)+बार (द्वार)] १. वह कमरा जिसमें चार विशेषतः चारों ओर एक-एक दरवाजा हो। २. मकान के ऊपरी तल्ले पर का कमरा जिसके चारों ओर प्रायः दरवाजे होते हैं। क्रि० वि० चौथी बार। जैसे–वे चौबारा भी आ सकते हैं। | 
			
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				| चौबाहा					 : | वि० [हिं० चौ+बाहना (जोतना)] खेत जो बोने से पहले चार बार जोता गया हो। पुं० चार बार खेत जोतने की क्रिया या भाव। | 
			
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