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चीता  : पुं० [सं० चित्रक, पा० चित्रो, चित्तो, प्रा० चित्तअ, बँ० चिता, गु० सिं० चित्रो, मरा० चित्ता;] १. बिल्ली शेर आदि की जाति का एक प्रसिद्ध हिंसक जंतु जिसके शरीर पर धारियाँ होती हैं। इसकी कमर पतली होती है और गरदन पर अयाल या बाल नहीं होते। इसकी सहायता से कुछ लोग हिरनों आदि का शिकार भी करते हैं। २. एक प्रकार का बड़ा क्षुप जिसकी पत्तियाँ जामुन की पत्तियों से मिलती-जुलती होती हैं। इसकी कई जातियाँ हैं जिनमें भिन्न-भिन्न रंगों के सुंगधित फूल लगते हैं। इसकी छाल और जड़ ओषधि के काम में आती है। पुं० [सं० चित्त] १. चित्त। मन। हृदय। दिल। २. चेतना। संज्ञा। होश-हवास। वि-[हिं० चेतना] [स्त्री० चीता] मन में विचारा या सोचा हुआ। जैसे–मन-चीती बात होना।
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चीतावती  : स्त्री० [सं० चेत्] यादगार। स्मारक चिह्न।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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