| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| चांदा					 : | पुं० [हिं० चाँद] १. चाँदमारी के मैदान में वह स्थान जहाँ से दूरबीन लगाई जाती है। २. वह पटरा जिस पर निशाना लगाने या अभ्यास करने के लिए छोटे-छोटे चिन्ह्र बने रहते हैं। ३. खेत, भूमि आदि की नाप में वह केन्द्र स्थल जहाँ से दूरी की नाप लेकर हद बाँधी जाती है। ४. छप्पर का पाखा जो प्रायः चन्द्राकार होता है। ५. ज्यामिति में, धातु, प्लास्टिक, सींग आदि का अर्द्ध-वृत्ताकार एक प्रसिद्ध उपकरण जिससे कोण आदि नापे जाते हैं। (प्रोट्रेक्टर)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |