| शब्द का अर्थ | 
					
				| चहार					 : | वि० [फा०] तीन और एक। चार। पुं० चार की संख्या अथवा उसका सूचक अंक। | 
			
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				| चहार-चंद					 : | वि० [फा०] किसी मैदान या स्थान को चारों ओर से घेरने के लिए बनाई जानेवाली दीवार या दीवारें। प्राचीर। | 
			
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				| चहार-यारी					 : | पुं० [फा०] मुसलमानों का शीया संप्रदाय जो मुहम्मद साहब के चारों यारों या साथियों का भक्त और समर्थक है। | 
			
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				| चहारशंबा					 : | पुं० [फा० चहारशंबः] बुधवार। | 
			
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				| चहारुम					 : | वि० [फा०] चौथाई। पुं० चौथाई अंश या भाग। चतुर्थांश। | 
			
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