| शब्द का अर्थ | 
					
				| चमू					 : | स्त्री० [सं०√चम् (नष्ट करना)+णिच्+ऊ] १. सेना। फौज। २. प्राचीन भारत में सेना का वह विभाग जिसमें ७२९ हाथी, ७२९ रथ, २१८७ घुड़-सवार और ३६४५ पैदल सैनिक होते थे। ३. कफन। ४. कब्र। | 
			
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				| चमूकन					 : | पुं० [देश०] एक प्रकार की किलनी जो चौपायों के शरीर में चिपटी रहती है। | 
			
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				| चमू-चर					 : | पुं० [सं० चमूचर् (चलना)+ट] १. सिपाही। सैनिक। २. सेनापति। | 
			
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				| चमू-नाथ					 : | पुं० [ष० त०] =चमूपति। | 
			
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				| चमू-नायक					 : | पुं० [ष० त०] =चमूपति। | 
			
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				| चमू-पति					 : | पुं० [ष० त०] सेनापति। सेनानायक। | 
			
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				| चमूरु					 : | पुं० [सं०√चम् (खाना)+ऊरु] एक प्रकार का हिरन। | 
			
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				| चमू-हर					 : | पुं० [सं० चमू√हृ (हरण करना)+अच्, उप० स०] महादेव। शिव। | 
			
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