शब्द का अर्थ
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गजा :
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पुं० [?] वह डंडा जिससे बड़ा ढोल या नगाड़ा बजाया जाता है।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गजाजीव :
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पुं० [सं० गज-आ√जीव् (जीना)+अप्] वह जिसकी जीविका हाथी पालने अथवा हाथी चलाने से चलती हो। |
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गजाधर :
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पुं० =गदाधर। |
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गजानन :
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पुं० [गज-आनन, ब० स०] गणेश जी, जिनका मुँह हाथी के समान है। |
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गजायुर्वेद :
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पुं० [गज-आयुर्वेद,ष० त० ] वह शास्त्र जिसमें हाथियों के रोगों और उनके निदान का विवेचन होता है। |
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गजारि :
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पुं० [गज-अरि,ष० त० ] १. हाथी का शत्रु अर्थात् शेर। सिंह। २. एक प्रकार का शाल वृक्ष। |
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गजारी :
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पुं० =गजारि। |
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गजारोह :
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पुं० [सं० गज-आ√रुह(चढ़ना)+अण्] १. हाथी पर चढना। २. महावत। |
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गजाल :
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पुं० [देश०] १. एक प्रकार की मछली। २. खूँटा या खूँटी। |
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गजाशन :
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पुं० [गज-अशन,ष० त० ] पीपल का पेड़। |
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गजासुर :
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पुं० [गज-असुर,मध्य० स० ] एक दैत्य जिसका वध शिवजी ने किया था। |
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गजास्य :
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पुं० [गज-आस्य,ब० स०] गणेशजी। |
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