शब्द का अर्थ
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कोय :
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सर्व०=कोई।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कोयता :
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पुं० [सं० कर्त्ता, प्रा०कत्ता=छुरा] ताड़ी चुआनेवालों का एक औजार, जिसमें वे पेड़ में छेव लगाते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कोयर :
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पुं० [सं० कोपल] १. साग-पात। २. पशुओं के खाने का हरा चारा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कोयल :
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स्त्री० [सं० कोकिल] १. काले रंग की एक प्रसिद्ध बड़ी चिड़ियाँ जो वसन्त ऋतु में कूकती है। २. एक प्रकार की लता,जिसकी पत्तियाँ गुलाब की पत्तियों-जैसी होती हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कोयला :
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पुं० [सं० कोकिल, गु० कोयलो, कोलसो, सि० कोइली, पुं० कोला,० मरा० कोड़सा] १. लकड़ी के जल चुकने के बाद बचा हुआ काले रंग का ठोस अंश, जो आग जलाने के काम आता है। २. उक्त आकार-प्रकार का एक प्रसिद्ध खनिज पदार्थ जो वृक्षों आदि के बहुत दिनों तक जमीन में गड़े रहने से बनता है। पत्थर का कोयला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कोयली :
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पुं० [हिं० कोयल] कोयल के रंग की तरह का गहरा काला रंग। (जेट ब्लैक) वि०=उक्त प्रकार के रंग का। |
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समानार्थी शब्द-
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कोयष्टि :
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पुं० [सं० क-यष्टि, ब० स० पृषो० सिद्धि] जलकुक्कुभ नामक पक्षी। |
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समानार्थी शब्द-
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कोया :
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पुं० [सं० कोण] १. आँख का डेला। २. आँख का कोना। पुं० [सं० कोश] कटहल के अन्दर की गूदेदार गुठली जिसमें बीज रहता है। कटहल का बीज-कोश। |
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समानार्थी शब्द-
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