शब्द का अर्थ
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काया :
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स्त्री० [सं० काय] [वि० कायिक] १. जीव, जंतु, मनुष्य आदि का भौतिक या स्थूल ढाँचा। हाड़-माँस का बना हुआ शरीर। देह। २. वृक्ष का तना। ३. किसी वस्तु का बाहरी रूप या ढाँचा। जैसे—वीणा की काया। मुहावरा—काया पलट देना=किसी टूटी-फूटी वस्तु को फिर से नया रूप देना। पूरी तरह से बदल कर रूपांतरित करना। ४. संघ। समुदाय। ५. कानून के अनुसार बनी हुई कोई संस्था (बॉड़ी उक्त सभी अर्थों में) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कायाकल्प :
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पुं० [सं० कायाकल्प] १. कोई ऐसी क्रिया या व्यवस्था जिससे काया की पूरी तरह से शुद्धि हो जाय और वह अपना काम ठीक तरह से करने लगे। २. वैद्यक में उक्त उद्देश्य से की जानेवाली कुछ विशिष्ट प्रकार की चिकित्सा, जिसमें वृद्ध शरीर मे भी फिर से नया यौवन या नई शक्ति आ जाती है। |
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समानार्थी शब्द-
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कायापलट :
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पुं० [हिं० काया+पलटना] १. आकार-प्रकार में होनेवाला बहुत बड़ा परिवर्तन या रूपांतरण। २. एक रूप या शरीर छोड़कर दूसरा रूप या शरीर धारण करना। |
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