शब्द का अर्थ
|
उस :
|
सर्व० उभ० [हिं० वह] हिंदी सर्वनाम वह का वह रूप जो उसे विभक्ति लगने से पहले प्राप्त होता है। जैसे—उसने, उसकी, उससे, उसमें आदि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकन :
|
पुं० [सं० उत्कर्षण-खींचना, रगड़ना] वह छाल या घासपास जिससे बरतन आदि माँजते हैं। उबसन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकना :
|
अ०=उकसना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकाना :
|
स०=उकसाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकारना :
|
स०=उकसाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसठ :
|
वि० [?] नीरस। फीका। उदाहरण—उसठ न कर सठ बढ़ाओल पेम।—विद्यापति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसनना :
|
स० [सं० उष्ण]=उबालना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसनीस :
|
पुं०=उष्णीश।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसमा :
|
पुं० [अ० वसमा] उबटन। स्त्री०=उष्मा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसमान :
|
पुं० [अ०] मुहम्मद के चार सखाओं में से एक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसमानिया :
|
पुं० [अ०] उसमान से चला हुआ तुर्क राजवंस। वि० उसमान संबंधी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसरना :
|
अ० [सं० उद्+सरण-जाना] १. हटना। दूर होना। टलना। २. व्यतीत होना। बीतना। ३. छिन्न-भिन्न होना। उदाहरण—आज औधि-औसर उसासहि उसीर जै हैं।—घनानंद। ४. ऊपर उठना। जैसे—घर उसरना। ५. डूबते हुए का फिर से ऊपर आना। उतराना। अ० [सं० विस्मरण] विस्मृत होना। भूलना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसलना :
|
अ०=उसरना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उससना :
|
अ० [सं० उच्छ्वसन] गहरा या ठंडा सांस लेना। अ० [सं० उत्सरण] खिसरना। टलना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसाँस :
|
पुं०=उसास।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसाना :
|
स०=ओसाना (अनाज बरसाना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसारना :
|
स० [सं० उद्+सरण-जाना] १. ऊपर उठाना या लाना। २. बनाकर खड़ा या तैयरा करना। जैसे—घर उसारना। ३. टालना। हटाना। ४. उखाड़ना। ५. बाहर निकालना या निकालकर सामने लाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसारा :
|
पुं० दे० ‘ओसारा’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसालना :
|
स० [सं० उत्+शालन] १. उखाड़ना। २. दूर करना। हटाना। ३. भगाना। ४. टालना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसास :
|
स्त्री० [सं० उत्-श्वास] १. गहरा या लंबा सांस। दीर्घनिश्वास। २. श्वास। साँस। ३. मानसिक कष्ट, पश्चाताप आदि के कारण लिया जानेवाला ठंढ़ा साँस। ४. अवकास। ५. विश्राम। उदाहरण—है हौ कोउ वीर जो उसास मोहिं दयो है।—सुधाकर द्विवेदी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसासी :
|
स्त्री० [हिं० उसास] दम लेने की फुरसत। अवकाश। छुट्टी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसिनना :
|
स०=उबालना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीर :
|
पुं०=उशीर (खश)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीला :
|
पुं०=वसीला (द्वार)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीस :
|
पुं० [सं० उत्-शीर्ष] १. तकिया। २. सिरहाना। (पैताना का विपर्याय)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीसा :
|
पुं०=उसीस।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसूल :
|
पुं० [अ०] सिद्धान्त। वि०=वसूल।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसूली :
|
वि० [अ०] १. उसूल। (सिद्धांत) से संबंध रखनेवाला। सैद्धांतिक। २. उसूल (सिद्धांत) का पालन करनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसेना :
|
स० [सं० उष्ण] उबालना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसेय :
|
पुं० [देश] असम प्रदेश में होनेवाला एक प्रकार का बहुत बड़ा बाँस। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसेस :
|
पुं० [सं० उच्छीर्षक] [स्त्री० अल्पा० उसेसी] तकिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्कन :
|
पुं०=उसकन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तरा :
|
पुं० [फा०] बाल मूँड़ने का छुरा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तवा :
|
पुं० [अ० इस्तिवा] समतल होने की अवस्था या भाव। समतलता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्ताद :
|
पुं० [फा०] [भाव० उस्तादी] १. (क) वह जो किसी विषय में बहुत अधिक दक्ष या निपुण हो। प्रवीण। (ख) चुतर। चालाक। २. (क) वह जो विद्यार्थियों को कुछ बतलाता या सिखलाता हो। गुरु। शिक्षक। (ख) वेश्याओं को नृत्य, संगीत आदि की शिक्षा देनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तादी :
|
स्त्री० [फा०] १. उस्ताद होने की अवस्था या भाव। २. शिक्षक की वृत्ति। ३. दक्षता। निपुणता। ४. चालाकी। धूर्तत्ता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तानी :
|
स्त्री० [फा० ‘उस्ताद’ का स्त्री] १. उस्ताद या गुरु की पत्नी। २. अध्यापिका। शिक्षिका। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्वास :
|
स्त्री०=उसाँस।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस :
|
सर्व० उभ० [हिं० वह] हिंदी सर्वनाम वह का वह रूप जो उसे विभक्ति लगने से पहले प्राप्त होता है। जैसे—उसने, उसकी, उससे, उसमें आदि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकन :
|
पुं० [सं० उत्कर्षण-खींचना, रगड़ना] वह छाल या घासपास जिससे बरतन आदि माँजते हैं। उबसन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकना :
|
अ०=उकसना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकाना :
|
स०=उकसाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसकारना :
|
स०=उकसाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसठ :
|
वि० [?] नीरस। फीका। उदाहरण—उसठ न कर सठ बढ़ाओल पेम।—विद्यापति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसनना :
|
स० [सं० उष्ण]=उबालना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसनीस :
|
पुं०=उष्णीश।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसमा :
|
पुं० [अ० वसमा] उबटन। स्त्री०=उष्मा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसमान :
|
पुं० [अ०] मुहम्मद के चार सखाओं में से एक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसमानिया :
|
पुं० [अ०] उसमान से चला हुआ तुर्क राजवंस। वि० उसमान संबंधी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसरना :
|
अ० [सं० उद्+सरण-जाना] १. हटना। दूर होना। टलना। २. व्यतीत होना। बीतना। ३. छिन्न-भिन्न होना। उदाहरण—आज औधि-औसर उसासहि उसीर जै हैं।—घनानंद। ४. ऊपर उठना। जैसे—घर उसरना। ५. डूबते हुए का फिर से ऊपर आना। उतराना। अ० [सं० विस्मरण] विस्मृत होना। भूलना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसलना :
|
अ०=उसरना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उससना :
|
अ० [सं० उच्छ्वसन] गहरा या ठंडा सांस लेना। अ० [सं० उत्सरण] खिसरना। टलना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसाँस :
|
पुं०=उसास।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसाना :
|
स०=ओसाना (अनाज बरसाना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसारना :
|
स० [सं० उद्+सरण-जाना] १. ऊपर उठाना या लाना। २. बनाकर खड़ा या तैयरा करना। जैसे—घर उसारना। ३. टालना। हटाना। ४. उखाड़ना। ५. बाहर निकालना या निकालकर सामने लाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसारा :
|
पुं० दे० ‘ओसारा’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसालना :
|
स० [सं० उत्+शालन] १. उखाड़ना। २. दूर करना। हटाना। ३. भगाना। ४. टालना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसास :
|
स्त्री० [सं० उत्-श्वास] १. गहरा या लंबा सांस। दीर्घनिश्वास। २. श्वास। साँस। ३. मानसिक कष्ट, पश्चाताप आदि के कारण लिया जानेवाला ठंढ़ा साँस। ४. अवकास। ५. विश्राम। उदाहरण—है हौ कोउ वीर जो उसास मोहिं दयो है।—सुधाकर द्विवेदी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसासी :
|
स्त्री० [हिं० उसास] दम लेने की फुरसत। अवकाश। छुट्टी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसिनना :
|
स०=उबालना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीर :
|
पुं०=उशीर (खश)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीला :
|
पुं०=वसीला (द्वार)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीस :
|
पुं० [सं० उत्-शीर्ष] १. तकिया। २. सिरहाना। (पैताना का विपर्याय)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसीसा :
|
पुं०=उसीस।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसूल :
|
पुं० [अ०] सिद्धान्त। वि०=वसूल।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसूली :
|
वि० [अ०] १. उसूल। (सिद्धांत) से संबंध रखनेवाला। सैद्धांतिक। २. उसूल (सिद्धांत) का पालन करनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसेना :
|
स० [सं० उष्ण] उबालना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसेय :
|
पुं० [देश] असम प्रदेश में होनेवाला एक प्रकार का बहुत बड़ा बाँस। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उसेस :
|
पुं० [सं० उच्छीर्षक] [स्त्री० अल्पा० उसेसी] तकिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्कन :
|
पुं०=उसकन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तरा :
|
पुं० [फा०] बाल मूँड़ने का छुरा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तवा :
|
पुं० [अ० इस्तिवा] समतल होने की अवस्था या भाव। समतलता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्ताद :
|
पुं० [फा०] [भाव० उस्तादी] १. (क) वह जो किसी विषय में बहुत अधिक दक्ष या निपुण हो। प्रवीण। (ख) चुतर। चालाक। २. (क) वह जो विद्यार्थियों को कुछ बतलाता या सिखलाता हो। गुरु। शिक्षक। (ख) वेश्याओं को नृत्य, संगीत आदि की शिक्षा देनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तादी :
|
स्त्री० [फा०] १. उस्ताद होने की अवस्था या भाव। २. शिक्षक की वृत्ति। ३. दक्षता। निपुणता। ४. चालाकी। धूर्तत्ता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्तानी :
|
स्त्री० [फा० ‘उस्ताद’ का स्त्री] १. उस्ताद या गुरु की पत्नी। २. अध्यापिका। शिक्षिका। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उस्वास :
|
स्त्री०=उसाँस।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |