शब्द का अर्थ
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उरश :
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पुं० [सं० ] सिंधु और झेलम के बीच का वह प्रदेश जो पश्चिमी गंधार और अभिसार के बीच में था। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उरश्छद :
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पुं० [सं० उरस्√छद्(छा लेना)+णइच्-च, त्, श्] =उरस्त्राण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उरश :
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पुं० [सं० ] सिंधु और झेलम के बीच का वह प्रदेश जो पश्चिमी गंधार और अभिसार के बीच में था। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उरश्छद :
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पुं० [सं० उरस्√छद्(छा लेना)+णइच्-च, त्, श्] =उरस्त्राण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |