शब्द का अर्थ
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उपरोध :
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पुं० [सं० उप√रुध् (रोकना)+घञ्] १. ऐसी बात जिससे होता हुआ कार्य रुक जाय। बाधा। २. आच्छादन। ढकना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपरोधक :
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वि० [सं० उप√रुध्+ण्वुल्-अक] रोकनेवाला। बाधा डालनेवाला। पुं० कोठरी के अंदर की कोठरी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपरोधन :
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पुं० [सं० उप√रुध्+ल्युट-अन] १. रोकना या बाधा डालना। २. रुकावट। बाधा। ३. घेरा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपरोधी (धिन्) :
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पुं० [सं० उप√रुध्+णिनि] बाधा डालनेवाला। रोकनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपरोध :
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पुं० [सं० उप√रुध् (रोकना)+घञ्] १. ऐसी बात जिससे होता हुआ कार्य रुक जाय। बाधा। २. आच्छादन। ढकना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपरोधक :
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वि० [सं० उप√रुध्+ण्वुल्-अक] रोकनेवाला। बाधा डालनेवाला। पुं० कोठरी के अंदर की कोठरी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपरोधन :
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पुं० [सं० उप√रुध्+ल्युट-अन] १. रोकना या बाधा डालना। २. रुकावट। बाधा। ३. घेरा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपरोधी (धिन्) :
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पुं० [सं० उप√रुध्+णिनि] बाधा डालनेवाला। रोकनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |