शब्द का अर्थ
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उपधा :
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स्त्री० [सं० उप√धा (धारण करना)+अङ्-टाप्] [वि० औपधिक] १. किसी की निष्ठा, सत्यता आदि की परीक्षा लेना, विशेषतः राजा का अपने पुरोहित, मंत्री आदि की परीक्षा लेना। २. व्याकरण में किसी शब्द के अन्मित अक्षर के पहले का अक्षर। ३. कपट। छल। ४. आज-कल, आपराधिक रूप से वास्तविकता या सत्य को छिपाते हुए दूसरों की धन-संपत्ति, विधिक अधिकार आदि प्राप्त करने के लिए झूठीं बातें बनाना, बतलाना या प्रचारित करना। जालसाजी। (फॉड)। विशेष—यह कपट और छल का एक उत्कट और विशिष्ट प्रकार तथा विधिक दृष्टि से दण्डनीय अपराध है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपधान :
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पुं० [सं० उप√धा+ल्युट-अन] १. ऊपर रखना या ठहराना। २. वह वस्तु जिसपर कोई चीज रखी जाय। ३. तकिया, विशेषतः पक्षियों के परों से भरा हुआ तकिया। ४. यज्ञ की वेदी की ईंटें रखते समय पढ़ा जानेवाला मन्त्र। ५. प्रेम। प्रणय। ६. विशेषता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपधानी :
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स्त्री० [सं० उपधान+ङीष्] १. पैर रखने की छोटी चौकी। २. तकिया। ३. गद्दा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपधायी (यिन्) :
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वि० [सं० उप√धा+णिनि] १. आश्रय या सहारा लेनेवाला। २. तकिया लगानेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपधारण :
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पुं० [सं० उप√धृ (धारण करना)+णिच्+ल्युट-अन] १. नीचे रखना या उतारना। २. ऊपर रखी हुई वस्तु को लग्गी आदि से खींचना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपधावन :
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वि० [सं० उप√धाव् (गति)+ल्यु-अन] १. पीछे-पीछे चलनेवाला। २. अनुगामी। अनुयायी। पुं० [उप√धाव्+ल्युट-अन] १. तेजी से किसी का पीछा करना। २. चिन्तन या विचार करना। |
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समानार्थी शब्द-
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उपधा :
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स्त्री० [सं० उप√धा (धारण करना)+अङ्-टाप्] [वि० औपधिक] १. किसी की निष्ठा, सत्यता आदि की परीक्षा लेना, विशेषतः राजा का अपने पुरोहित, मंत्री आदि की परीक्षा लेना। २. व्याकरण में किसी शब्द के अन्मित अक्षर के पहले का अक्षर। ३. कपट। छल। ४. आज-कल, आपराधिक रूप से वास्तविकता या सत्य को छिपाते हुए दूसरों की धन-संपत्ति, विधिक अधिकार आदि प्राप्त करने के लिए झूठीं बातें बनाना, बतलाना या प्रचारित करना। जालसाजी। (फॉड)। विशेष—यह कपट और छल का एक उत्कट और विशिष्ट प्रकार तथा विधिक दृष्टि से दण्डनीय अपराध है। |
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समानार्थी शब्द-
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उपधान :
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पुं० [सं० उप√धा+ल्युट-अन] १. ऊपर रखना या ठहराना। २. वह वस्तु जिसपर कोई चीज रखी जाय। ३. तकिया, विशेषतः पक्षियों के परों से भरा हुआ तकिया। ४. यज्ञ की वेदी की ईंटें रखते समय पढ़ा जानेवाला मन्त्र। ५. प्रेम। प्रणय। ६. विशेषता। |
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उपधानी :
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स्त्री० [सं० उपधान+ङीष्] १. पैर रखने की छोटी चौकी। २. तकिया। ३. गद्दा। |
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उपधायी (यिन्) :
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वि० [सं० उप√धा+णिनि] १. आश्रय या सहारा लेनेवाला। २. तकिया लगानेवाला। |
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उपधारण :
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पुं० [सं० उप√धृ (धारण करना)+णिच्+ल्युट-अन] १. नीचे रखना या उतारना। २. ऊपर रखी हुई वस्तु को लग्गी आदि से खींचना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपधावन :
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वि० [सं० उप√धाव् (गति)+ल्यु-अन] १. पीछे-पीछे चलनेवाला। २. अनुगामी। अनुयायी। पुं० [उप√धाव्+ल्युट-अन] १. तेजी से किसी का पीछा करना। २. चिन्तन या विचार करना। |
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समानार्थी शब्द-
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