शब्द का अर्थ
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					उपकार					 :
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					पुं० [सं० उप√कृ(करना)+घञ्] १. जीवों या प्राणियों के हित के लिए,उन्हें कष्ट, पीड़ा, संकट आदि से बचाने के लिए अथवा उनके सुख-सुभीते में वृद्धि करने के लिए किया जानेवाला कोई अच्छा या शुभ कार्य। ऐसा कार्य जिसमें दूसरों की भलाई हो। जैसे—दरिद्रों को धन देना, रोगियों की चिकित्सा करना आदि। २. कोई अच्छा या लाभदायक कार्य या फल। जैसे—इस दवा से बहुत उपकार हुआ है। ३. सेवा और सहायता।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकारक					 :
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					वि० [सं० उप√कृ+ण्वुल्-अक] [स्त्री० उपकारिका] १. दूसरों का उपकार, भलाई या हित करनेवाला। २. (वस्तु) जिससे उपकार या भलाई होती हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकारिता					 :
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					स्त्री० [सं० उपकारिन्+तल्-टाप्] उपकारी होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकारी (रिन्)					 :
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					वि० [सं० उप√कृ+णिनि] [स्त्री० उपकारिणी] १. दूसरों का उपकार, भलाई, या हित करनेवाला। २. फायदा पहुँचानेवाला। लाभदायक। जैसे—रोग के लिए उपकारी औषध।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकार्य					 :
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					वि० [सं० उप√कृ+ण्यत्] जिसका उपकार किया जाने को हो अथवा किया जा सकता हो। उपकार का अधिकारी या पात्र।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकार					 :
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					पुं० [सं० उप√कृ(करना)+घञ्] १. जीवों या प्राणियों के हित के लिए,उन्हें कष्ट, पीड़ा, संकट आदि से बचाने के लिए अथवा उनके सुख-सुभीते में वृद्धि करने के लिए किया जानेवाला कोई अच्छा या शुभ कार्य। ऐसा कार्य जिसमें दूसरों की भलाई हो। जैसे—दरिद्रों को धन देना, रोगियों की चिकित्सा करना आदि। २. कोई अच्छा या लाभदायक कार्य या फल। जैसे—इस दवा से बहुत उपकार हुआ है। ३. सेवा और सहायता।				 | 
			
			
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					उपकारक					 :
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					वि० [सं० उप√कृ+ण्वुल्-अक] [स्त्री० उपकारिका] १. दूसरों का उपकार, भलाई या हित करनेवाला। २. (वस्तु) जिससे उपकार या भलाई होती हो।				 | 
			
			
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					उपकारिता					 :
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					स्त्री० [सं० उपकारिन्+तल्-टाप्] उपकारी होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
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					उपकारी (रिन्)					 :
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					वि० [सं० उप√कृ+णिनि] [स्त्री० उपकारिणी] १. दूसरों का उपकार, भलाई, या हित करनेवाला। २. फायदा पहुँचानेवाला। लाभदायक। जैसे—रोग के लिए उपकारी औषध।				 | 
			
			
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					वि० [सं० उप√कृ+ण्यत्] जिसका उपकार किया जाने को हो अथवा किया जा सकता हो। उपकार का अधिकारी या पात्र।				 | 
			
			
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