शब्द का अर्थ
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उद्भाव :
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पुं० [सं० उद्√भू+घञ्] १. =उद्भव। २. =उद्भावना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उद्भावक :
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वि० [सं० उद्√भू+णिच्+ण्वुल्-अक] १. उद्भव या उत्पत्ति करनेवाला। २. मन से कोई बात या विचार निकालनेवाला। उद्भावना करनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उद्भावन :
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पुं० [सं० उद्√भू+णिच्+ल्युट-अन] =उदभावना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उद्भावना :
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स्त्री० [सं० उद्√भू+णिच्+युच्-अन-टाप्] १. उत्पन्न होना या अस्तित्व में आना। २. मन में उत्पन्न होनेवाली कोई अद्भुत या अनोखी और नई बात या सूझ। ३. कल्पना से निकली हुई कोई नई बात या विचार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उद्भावयिता (तृ) :
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वि० [सं० उद्√भू+णिच्-तृच्] =उद्भावक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उद्भाव :
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पुं० [सं० उद्√भू+घञ्] १. =उद्भव। २. =उद्भावना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उद्भावक :
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वि० [सं० उद्√भू+णिच्+ण्वुल्-अक] १. उद्भव या उत्पत्ति करनेवाला। २. मन से कोई बात या विचार निकालनेवाला। उद्भावना करनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
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उद्भावन :
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पुं० [सं० उद्√भू+णिच्+ल्युट-अन] =उदभावना। |
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समानार्थी शब्द-
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उद्भावना :
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स्त्री० [सं० उद्√भू+णिच्+युच्-अन-टाप्] १. उत्पन्न होना या अस्तित्व में आना। २. मन में उत्पन्न होनेवाली कोई अद्भुत या अनोखी और नई बात या सूझ। ३. कल्पना से निकली हुई कोई नई बात या विचार। |
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समानार्थी शब्द-
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उद्भावयिता (तृ) :
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वि० [सं० उद्√भू+णिच्-तृच्] =उद्भावक। |
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समानार्थी शब्द-
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