शब्द का अर्थ
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उत्सार :
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पुं० [सं० उद्√सृ (गति)+णिच्+अण्] दूर करना। हटाना। बाहर निकालना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्सारक :
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वि० [सं० उद्√सृ+णिच्+ण्वुल्-अक] उत्सारण करने वाला। पुं० चौकीदार। पहरेदार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्सारण :
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पुं० [सं० उद्√सृ+णिच्+ल्युट-अन] [भू० कृ० उत्सारित] १. गति में लाना। चलाना। २. दूर करना। हटाना। ३. दर या भाव कम करना। ४. अतिथि या अभ्यागत का स्वागत करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्सार :
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पुं० [सं० उद्√सृ (गति)+णिच्+अण्] दूर करना। हटाना। बाहर निकालना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्सारक :
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वि० [सं० उद्√सृ+णिच्+ण्वुल्-अक] उत्सारण करने वाला। पुं० चौकीदार। पहरेदार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्सारण :
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पुं० [सं० उद्√सृ+णिच्+ल्युट-अन] [भू० कृ० उत्सारित] १. गति में लाना। चलाना। २. दूर करना। हटाना। ३. दर या भाव कम करना। ४. अतिथि या अभ्यागत का स्वागत करना। |
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समानार्थी शब्द-
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