शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					उटंग					 :
				 | 
				
					वि० =उटंगा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					उटंगन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० उट-घास+अन्न] एक प्रकार की वनस्पति जिसका साग बनता है और जो औषध के काम में आती है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					उटंगा					 :
				 | 
				
					वि० [सं० उत्तंग या हिं० उ-ऊपर+टाँग] [स्त्री० उटंगी] (वस्त्र) जो इतना छोटा हो कि पहनने पर टाँगों के ऊपरी भाग तक ही रहे, नीचे तक न आने पावे। जैसे—उटंगी धोती, उटंगा पाजामा आदि।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					उटंग					 :
				 | 
				
					वि० =उटंगा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					उटंगन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० उट-घास+अन्न] एक प्रकार की वनस्पति जिसका साग बनता है और जो औषध के काम में आती है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					उटंगा					 :
				 | 
				
					वि० [सं० उत्तंग या हिं० उ-ऊपर+टाँग] [स्त्री० उटंगी] (वस्त्र) जो इतना छोटा हो कि पहनने पर टाँगों के ऊपरी भाग तक ही रहे, नीचे तक न आने पावे। जैसे—उटंगी धोती, उटंगा पाजामा आदि।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |