शब्द का अर्थ
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					उजियार					 :
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					पुं० [हिं० उजाला] चाँदनी। प्रकाश। उदाहरण—तुलसी भीतर बाहिरै जौ चाहेसि उजियार।—तुलसी। वि० =उजला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उजियारना					 :
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					स० =उजालना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उजियारा					 :
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					पुं० [सं० उज्ज्वल] उजाला। प्रकाश। रोशनी। वि० [स्त्री० उजियारी] १. प्रकाश से युक्त। उजला। २. कांतिमान। चमकीला।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उजियारी					 :
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					स्त्री० [हिं० उजियारा] १. चंद्रमा का प्रकाश। चाँदनी। २. चाँदनी रात।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उजियार					 :
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					पुं० [हिं० उजाला] चाँदनी। प्रकाश। उदाहरण—तुलसी भीतर बाहिरै जौ चाहेसि उजियार।—तुलसी। वि० =उजला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					उजियारना					 :
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					स० =उजालना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					उजियारा					 :
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					पुं० [सं० उज्ज्वल] उजाला। प्रकाश। रोशनी। वि० [स्त्री० उजियारी] १. प्रकाश से युक्त। उजला। २. कांतिमान। चमकीला।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					उजियारी					 :
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					स्त्री० [हिं० उजियारा] १. चंद्रमा का प्रकाश। चाँदनी। २. चाँदनी रात।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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