शब्द का अर्थ
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					उचिंत					 :
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					पुं० [हिं० उचना-उठाना(ऊपर से लेना)] १. लेन-देन की वह परिपाटी जिसमें कहीं से कुछ धन थोड़े समय के लिए इस रूप में लिया जाता है कि उसका पूरा हिसाब वह धन व्यय हो जाने के बाद में दिया जायगा। (सस्पेन्स) जैसे—अभी १00 उचिंत में दे दीजिए, हिसाब कल लिखा दूँगा। २. वह धन या रकम जो इस प्रकार दी या ली जाए। वि० (धन) जो उक्त प्रकार से दिया या लिया जाए।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उचिंत खाता					 :
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					पुं० [हिं० उचिंत+खाता] पंजी या बही में वह खाता या विभाग जिसमें अस्थायी रूप से ऐसी रकमें लिखी जाती है जिनका ठीक या पूरा हिसाब बाद में होने को हो। (सस्पेंस एकाउंट)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उचिंत					 :
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					पुं० [हिं० उचना-उठाना(ऊपर से लेना)] १. लेन-देन की वह परिपाटी जिसमें कहीं से कुछ धन थोड़े समय के लिए इस रूप में लिया जाता है कि उसका पूरा हिसाब वह धन व्यय हो जाने के बाद में दिया जायगा। (सस्पेन्स) जैसे—अभी १00 उचिंत में दे दीजिए, हिसाब कल लिखा दूँगा। २. वह धन या रकम जो इस प्रकार दी या ली जाए। वि० (धन) जो उक्त प्रकार से दिया या लिया जाए।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उचिंत खाता					 :
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					पुं० [हिं० उचिंत+खाता] पंजी या बही में वह खाता या विभाग जिसमें अस्थायी रूप से ऐसी रकमें लिखी जाती है जिनका ठीक या पूरा हिसाब बाद में होने को हो। (सस्पेंस एकाउंट)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |