शब्द का अर्थ
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अपररूप :
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पुं० [कर्म० स०] [भाव० अपर-रूपता] रसायन शास्त्र में किसी तत्त्व का कोई ऐसा दूसरा रूप जो कुछ दूसरे विशिष्ट गुणों से युक्त हो या कुछ भिन्न प्रकार का हो। (एल्लोट्रोप) जैसे—कार्बन नामक तत्त्व काजल, कोयले, सीसे और हीरे में रहता तो है, पर अपने अपर रूपों में रहता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपररूपता :
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स्त्री० [सं० अपररूप+तल्-टाप्] अपररूप होने की अवस्था, गुण या भाव। (एल्लोट्रोपी) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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