शब्द का अर्थ
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स्रस्त :
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भू० कृ० [सं०] १. अपने स्थान से गिरा हुआ। च्युत। २. शिविल। ढीला। उदाहरण–तान,सरिता वह स्रस्त अरोर।–निराला। ३. तोड़ा फोड़ा हुआ। ४. आहत। घायल। उदाहरण–थके, टूटे, गरुड़ से स्रस्त पन्नगराज जैसे–दिनकर। ५. अलग किया हुआ। ६,.धंसा हुआ। जैसे–स्रस्त नेत्र। ७. हिलता हुआ। स्रस्तर |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
स्रस्ति :
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स्त्री० [सं०] स्रस्त होने की अवस्था,क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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