शब्द का अर्थ
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सायर :
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पुं० [अ०] १. ऐसी भूमि जिसकी आय पर कर न लगता हो। २. ब्रिटिश शासन में जमींदारों की आमदनी की वे मदें जिन पर उन्हें कोई कर नहीं देना पड़ता था। जैसे—जंगल, ताल, नदी, बाग आदि से होने वाली आय की मदें। ३. चुंगी, महसूल का ऐसा ही और कोई कर । ४. फुटकर खर्चों की मदें। मुतफर्रकात। पुं० [देश०] १. हेंगा। २. पशुओं के रक्षक एक देवता। ३. किसी बीज का ऊपरी भाग। पुं०=सागर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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