शब्द का अर्थ
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सरि :
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स्त्री० [सं०√सृ (गत्यादि)+इनि] झरना। निर्झर। स्त्री०=सरिता (नदी)। स्त्री० [सं० सृक] लड़ी। श्रृंखला। उदाहरण—मोतिन की सरि सिर कठमाल हार।—केशव। स्त्री०=सरवर (बराबरी)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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सरिका :
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स्त्री० [सं० सरिक-टाप्] १. मुक्ता। मोती। २. मोतियों की माला या लड़ी। ३. जवाहर। रत्न। ४. छोटा ताल या तालाब। ५. एक प्राचीन तीर्थ। ६. हिगुपत्री। |
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सरिगम :
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पुं०=सरगम। |
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सरित् :
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स्त्री० [सं०√ सर् (गत्यादि)इति] नदी। |
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सरित :
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स्त्री०=सरिता (नदी)। |
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सरितराज :
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पुं०=समुद्र। |
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सरिता :
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स्त्री० [सं० सरित=बहा हुआ] १. धारा या प्रवाह। २. नदी। |
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सरिताल :
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वि० [सं० सरिता+ल (प्रत्यय)] सरिताओं का नदियों से युक्त (प्रदेश)। |
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सरित् :
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स्त्री०=सरिता। |
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सरित्पति :
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पुं० [सं० ष० त०] समुद्र। |
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सरित्वान् (त्वत्) :
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पुं० [सं० सरित्+मतुप्+म, व, नुम्] समुद्र। |
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सरित्सुत :
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पुं० [सं० ष० त०] गंगा का पुत्र भीष्म। |
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सरिद् :
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स्त्री० [सं०] ‘सरित्’ का वह रूप जो उसे समस्त पद के आरंभ में लगाने पर प्राप्य हो जाता है। |
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सरिदिही :
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स्त्री० [फा० सर=सरदार+देह=गाँव] एक नजर या भेंट जो मध्य युग में जमींदार या उसका कारिदा किसानों से हर फसल पर लेता था। |
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सरिमा (मन्) :
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पुं० [सं०√सृ (गत्यादि)+इमनिच्] वायु। स्त्री० गति। चाल। |
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सरियाँ :
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स्त्री० [?] एक प्रकार का गीत जो बुँदेलखंड में बच्चा होने के समय गाया जाता है। |
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सरिया :
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पुं० [सं० शर] १. सरकंडे का छड़ जो सुनहले या रुपहले तार बनाने के काम आता है। सरई। २. पतली छड़ी। ३.लोहे का पतला लंबा छड़ जो स्लैब, लिंटल आदि के काम आता है। स्त्री० [?] ऊँची जमीन। पुं० [?] सुनारों की परिभाषा में पैसा या ऐसा ही और कोई सिक्का।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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सरियाना :
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स० [?] १. तरकीब से लगाकर इकट्ठा करना। बिखरी हुई चीजें ढंग से समेटना। जैसा—लकड़ी सरियाना, कागज सरियाना। २. पीटना या मारना (व्यंग्य) ३. कपड़ों की तह लगाना। जैसा—कमीज सरियाना। |
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सरिवन :
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पुं० [सं० शालपर्ण] शाल पर्ण नाम का पौधा। त्रिपर्णी। अंशुमती। |
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सरिवर-सरिवरि :
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स्त्री०=सरवर (बराबरी)। पुं०=सरोवर।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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सरिश्त :
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स्त्री० [सं० सृष्टि से फा०] १. सृष्टि। २. बनावट। ३.प्रकृति। स्वभाव। |
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सरिश्ता :
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पुं० [फा० सरिश्तः] १. अदालत। कचहरी। २. शासनिक कार्यालय का कोई विभाग। ३. उक्त विभाग का दफ्तर। |
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सरिश्तेदार :
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पुं० [फा० सरिश्तःदार] १. किसी विभाग या सरिश्ते का प्रधान अधिकारी। २. अदालतों में मुकदमों की नत्थियाँ आदि रखनेवाला कर्मचारी। |
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सरिश्तेदारी :
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स्त्री० [फा०] १. सरिश्तेदार होने का काम, पद या भाव। |
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सरिस :
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वि० [सं० सदृश, प्रा० सरिस] सदृश। समान। तुल्य। पुं०=सिरस (वृक्ष)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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