शब्द का अर्थ
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					विंश					 :
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					वि० [सं० विशति+डट्, अति-लोप] बीसवाँ। पुं० किसी चीज का बीसवाँ भाग।				 | 
			
			
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					विंशक					 :
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					वि० [सं०] बीस।				 | 
			
			
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					विंशति					 :
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					स्त्री० [सं० विंश+ति] १. बीस की संख्या। २. उक्त संख्या के सूचक अंक। वि० जो गिनती में बीस अर्थात् दस का दूना हो।				 | 
			
			
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					विंशति-बाहु					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] रावण।				 | 
			
			
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					विंशोत्तरी					 :
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					स्त्री० [सं० ब० स०] फलित ज्योतिष में मनुष्य के शुभाशुभ फल जानने की एक रीति जिसमें मनुष्य की आयु १२॰ वर्ष मानकर उसके विभाग करके नक्षत्रों और ग्रहों के अनुसार फल कहे जाते हैं।				 | 
			
			
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