| शब्द का अर्थ | 
					
				| बहुरूप					 : | वि० [सं० ब० स०] अनेक रूप धारण करनेवाला। क्रि० प्र०—भरना। पुं० [सं०] १. विष्णु। २. शिव। ३. ब्रह्य। ४. कामदेव। ५. एक बुद्ध का नाम। ६. पुराणानुसार के वर्ष या भूमि-खंड का नाम। ७. ऐसा तांडव नृत्य जिसमें अनेक रूप धारण किये जाते हों। ८. गिरगिट। सरट। | 
			
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				| बहुरूपक					 : | पुं० [सं० बहुरूप+कन्] एक प्रकार का जंतु। | 
			
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				| बहुरूपा					 : | स्त्री० [सं० बहुरूप+टाप्] १. दुर्गा। २. अग्नि की सात जिह्वाओं मे से एक। | 
			
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				| बहुरूपिया					 : | वि० [हिं० बहु+रूप] १. अनेक प्रकार के रूपोंवाला। २. अनेक प्रकार से रूप धारण करनेवाला। पुं० वह जो जीविका-निर्वाह के लिए अनेक प्रकार के वेष धारण करके या स्वाँग बनाकर लोगों के सामने उनका मनोरंजन करता और उनसे पुरस्कार लेता हो। | 
			
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				| बहुरूपी					 : | वि० [सं० बहुरूप] अनेक रूप धारण करनेवाला। पुं० बहुरूपिया। | 
			
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