| शब्द का अर्थ | 
					
				| बड़बड़					 : | स्त्री० [अनु०] १. मुँह से निकलनेवाले ऐसे शब्द जो न तो स्पष्ट रूप से दूसरों को सुनायी पड़े और न जिनका जल्दी कोई संगत अर्थ निकल सकता हो। बड़बड़ाने की क्रिया या भाव। २. व्यर्थ की बातचीत। प्रलाप। बकवाद। क्रि० प्र०—करना।—लगाना। ३. क्रोध में आकर अपने मन की भड़ास निकालने के विचार से बहुत धीरे-धीरे मुँह से उच्चरित होनेवाले शब्द। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बड़बड़ाना					 : | अ० [अनु० बड़बड़] १. धीरे-धीरे तथा अस्पष्ट रूप से इस प्रकार बोलना कि बड़-बड़ के सिवा और कुछ सुनायी न दे। २. क्रोध में आकर आप ही आप कुछ कहते रहना। कुड़बुड़ाना। ३. बकबक करना। बकवाद। करना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बड़बड़िया					 : | वि० [अनु० बड़बड़+इया (प्रत्यय)] १. बड़ाबड़ अर्थात् बकवाद करनेवाला। २. कोई बात अपने मन में न रख सकने के कारण दूसरों से कह देनेवाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |