शब्द का अर्थ
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पूर्णक :
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पुं० [सं० पूर्ण+कन्] १. मुर्गा। कुक्कुट। २. देवताओं की एक योनि। ३. दे० ‘पूर्ण’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूर्णकुंभ :
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पुं० [कर्म० स०] १. जल से भरा हुआ घड़ा जो मांगलिक और शुभ माना जाता है। पूर्ण घट। २. घड़े के आकार का दीवार में बनाया जानेवाला छेद। ३. एक तरह का युद्ध। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूर्णकोशा :
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स्त्री० [सं० ब० स०+टाप्] एक प्रकार की लता जो ओषधि के काम आती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूर्णकोषा :
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स्त्री० [ब० स०,+टाप्] १. कचौरी। २. प्राचीन काल में जौ के आटे से बननेवाला एक प्रकार का पकवान। ३. दे० ‘पूर्णकोशा’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पूर्णकोष्ठा :
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स्त्री० [ब० स०+टाप्] नागरमोथा। |
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समानार्थी शब्द-
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पूर्णक :
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पुं० [सं० पूर्ण+कन्] १. मुर्गा। कुक्कुट। २. देवताओं की एक योनि। ३. दे० ‘पूर्ण’। |
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समानार्थी शब्द-
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पूर्णकुंभ :
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पुं० [कर्म० स०] १. जल से भरा हुआ घड़ा जो मांगलिक और शुभ माना जाता है। पूर्ण घट। २. घड़े के आकार का दीवार में बनाया जानेवाला छेद। ३. एक तरह का युद्ध। |
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पूर्णकोशा :
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स्त्री० [सं० ब० स०+टाप्] एक प्रकार की लता जो ओषधि के काम आती है। |
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पूर्णकोषा :
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स्त्री० [ब० स०,+टाप्] १. कचौरी। २. प्राचीन काल में जौ के आटे से बननेवाला एक प्रकार का पकवान। ३. दे० ‘पूर्णकोशा’। |
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पूर्णकोष्ठा :
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स्त्री० [ब० स०+टाप्] नागरमोथा। |
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