शब्द का अर्थ
|
पुगाना :
|
स० [हिं० पूगना (पूजना) का स०] १. उद्दिष्ट, सीमा, स्थान आदि तक पहुँचाना। २. नियत या स्थिर अवधि या सीमा तक पहुंचाना। जैसे—गोली के खेल में गोली पुगाना=नियत गड्ढे में उसे प्रविष्ट करना। ३. जो उचित हो उसे पूरा करना, देना या भरना। जैसे—महाजन का रुपया पुगाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुगाना :
|
स० [हिं० पूगना (पूजना) का स०] १. उद्दिष्ट, सीमा, स्थान आदि तक पहुँचाना। २. नियत या स्थिर अवधि या सीमा तक पहुंचाना। जैसे—गोली के खेल में गोली पुगाना=नियत गड्ढे में उसे प्रविष्ट करना। ३. जो उचित हो उसे पूरा करना, देना या भरना। जैसे—महाजन का रुपया पुगाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|