शब्द का अर्थ
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पासी :
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पुं० [सं० पाशिन्, पाशी] १. जाल या फंदा डालकर चिड़ियाँ पकड़नेवाला। बहेलिया। २. एक जाति जो ताड़ के पेड़ों से ताड़ी उतारने का काम करती है। स्त्री० [सं० पाश] १. घोड़ों के पिछले पैर में बाँधने की रस्सी। पिछाड़ी। २. घास बाँधने की जाली या रस्सी। स्त्री०=पाश (फंदा)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पासी :
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पुं० [सं० पाशिन्, पाशी] १. जाल या फंदा डालकर चिड़ियाँ पकड़नेवाला। बहेलिया। २. एक जाति जो ताड़ के पेड़ों से ताड़ी उतारने का काम करती है। स्त्री० [सं० पाश] १. घोड़ों के पिछले पैर में बाँधने की रस्सी। पिछाड़ी। २. घास बाँधने की जाली या रस्सी। स्त्री०=पाश (फंदा)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |