शब्द का अर्थ
|
पालंक :
|
पुं० [सं०√पाल् (रक्षण)+क्विप्=पाल् अंक, तृ० त०] १. पालक नाम का साग। २. बाज पक्षी। ३. एक प्रकार का रत्न जो काले, लाल या हरे रंग का होता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालंकी :
|
स्त्री० [सं० पालंक+ङीष्] १. पालकी नाम का साग। २. कुंदुरू नाम का गंध द्रव्य। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालंक्य :
|
पुं० [सं० पालंक+ष्यञ्] पालक (साग)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालंक्या :
|
स्त्री० [सं० पालंक्य+टाप्] कुंदुरू नामक पौधा और उसका फल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालंक :
|
पुं० [सं०√पाल् (रक्षण)+क्विप्=पाल् अंक, तृ० त०] १. पालक नाम का साग। २. बाज पक्षी। ३. एक प्रकार का रत्न जो काले, लाल या हरे रंग का होता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालंकी :
|
स्त्री० [सं० पालंक+ङीष्] १. पालकी नाम का साग। २. कुंदुरू नाम का गंध द्रव्य। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालंक्य :
|
पुं० [सं० पालंक+ष्यञ्] पालक (साग)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालंक्या :
|
स्त्री० [सं० पालंक्य+टाप्] कुंदुरू नामक पौधा और उसका फल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |