शब्द का अर्थ
|
तरवा :
|
पुं० [देश०] एक प्रकार का बढ़िया मुलायम चारा जो बारहों महीने अधिकता से उत्पन्न होता है। कहीं-कहीं यह गौओं भैसों को उनके दूध बढ़ाने के लिए दिया जाता है। धम्मन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवाँची :
|
स्त्री=तरमाची। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवाँसी :
|
स्त्री=तरवाँची (तरमाची)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवा :
|
पुं=तलवा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवाई-सिरवाई :
|
स्त्री० [हिं० तर+सिर] १. किसी चीज के ऊपरी और नीचेवाले भाग। २. ऊंची और नीची जमीन। ३. पहाड़ और घाटी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवाना :
|
स० [हिं० तारना का प्रे०] तारने का काम किसी से कराना। स०=तलवाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) [हिं० तलवा] पैर के तलवे का घिसना। विशेषतः बैल का पैरों के तलवों को घिसना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवार :
|
स्त्री०=तलवार।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं०=तरुवर (वृक्ष)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवारि :
|
स्त्री० [सं० तर√धृ+णिच् (रोकना)+इन्]=तलवार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरवारी :
|
पुं०=तरवारिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |