शब्द का अर्थ
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					झाग					 :
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					पुं० [हिं० गाज] १. किसी तरल पदार्थ को फेंटने आदि पर उसमें से निकलनेवाले तथा एक में मिले हुए असंख्य बुलबुलों का समूह। फेन। जैसे–तेल या दूध की झाग। २. रोग आदि के कारण मुँह में से निकलेवाली वह थूक जिसमें बहुत अधिक बुलबुले हों। क्रि० प्र०–उठना।– छूटना।–छोड़ना।–निकासन–फेंकना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					झागड़					 :
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					पुं०=झगड़ा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					झागना					 :
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					अ० [हिं० झाग] झाग या फेन निकलना। स० झाग या फेन उत्पन्न करना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |