शब्द का अर्थ
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					झष					 :
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					पुं० [सं०√झष् (मारना)+अच्] १. मछली। २. मगर। ३. मकर राशि। ४. मीन राशि। ५. ताप। ६. बन। स्त्री०=झख।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					झष-केतु(केतन)					 :
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					पुं० [ब० स०] कामदेव। मदन।				 | 
			
			
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					झष-ध्वज					 :
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					पुं० [ब० स०] कामदेव।				 | 
			
			
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					झषना					 :
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					अ० [हिं० झख] १. झख मारना। २. ‘झींखना’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					झष-निकेत					 :
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					पुं० [हिं० झख] वह स्थान जहाँ मछिलयाँ रहती हों। जैसे–जलाशय, समुद्र आदि।				 | 
			
			
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					झष-राज					 :
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					पुं० [ष० त०] मकर या मगर नामक जल-जन्तु।				 | 
			
			
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					झषांक					 :
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					पुं० [झष-अंक, ब० स०] कामदेव। मदन।				 | 
			
			
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					झषा					 :
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					स्त्री० [सं०√झष्+अच्-टाप्] नागबला। गुलसकरी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					झषाशन					 :
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					पुं० [सं०√अश् (भक्षण)+ल्यु-अन] सूँस (जल-जंतु)।				 | 
			
			
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					झषोदरी					 :
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					स्त्री० [झष-उदर, ब० स० ङीष्] व्यास की माता मत्स्यगंधा का एक नाम।				 | 
			
			
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