शब्द का अर्थ
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छींका :
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पुं० [सं० शिक्य, प्रा० सिक्का] १. दीवार की खूँटी अथवा छत में की कड़ी में टाँगा या लटकाया जानेवाला तारों या रस्सियों का वह उपकरण जिसमें खाने, पीने आदि की रखी हुई वस्तुएँ चूहों, बिल्लियों, बच्चों आदि से सुरक्षित रहती है। मुहावरा–बिल्ली के भाग से छींका टूटना=संयोग से कोई अभीष्ट या वांछित घटना घटित होना। २. बैलों के मुंह पर बाँधी जानेवाली रस्सियों की जाली। ३. झूला। (क्व०)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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