शब्द का अर्थ
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उछल-कूद :
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स्त्री० [हिं० उछलना+कूदना] १. बार-बार उछलने या कूदने की क्रिया या भाव। २. बालकों की या बालकों जैसी कीड़ा। ३. अध्यवसाय, आवेग, उत्सुकता, व्यग्रता आदि का अनाचक ऐसा दिखौआ प्रयत्न जो अंत में प्रायः निरर्थक सिद्ध हो। जैसे—उछल-कूद तो तुमने बहुत की, पर फल कुछ न निकला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उछल-कूद :
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स्त्री० [हिं० उछलना+कूदना] १. बार-बार उछलने या कूदने की क्रिया या भाव। २. बालकों की या बालकों जैसी कीड़ा। ३. अध्यवसाय, आवेग, उत्सुकता, व्यग्रता आदि का अनाचक ऐसा दिखौआ प्रयत्न जो अंत में प्रायः निरर्थक सिद्ध हो। जैसे—उछल-कूद तो तुमने बहुत की, पर फल कुछ न निकला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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