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गृहस्थ एक तपोवन

श्रीराम शर्मा आचार्य

मूल्य: $ 11.95

गृहस्थ एक तपोवन   आगे...

गृहस्थ धर्म

प्रबोध कुमार मजुमदार

मूल्य: $ 4.95

इसमें स्वामी रामतीर्थ के भाषणों के संकलनों का वर्णन है...   आगे...

गृहस्थ में कैसे रहें

स्वामी रामसुखदास

मूल्य: $ 2.95

गृहस्थ-संबंधी समस्याओं का समुचित समाधान...   आगे...

गेंद और अन्य कहानियाँ

चित्रा मुदगल

मूल्य: $ 11.95

चित्रा मुद्गल का यह कहानी संग्रह बच्चों के मन की कोरी स्लेटों पर बनती-बिगड़ती इबारतों का ऐसा दस्तावेज़ है   आगे...

गेंद और गोल

राधाकृष्ण

मूल्य: $ 13.95

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गेंद स्वर्ग

दिएगो कास्तेयानोस

मूल्य: $ 6.95

गेंद स्वर्ग   आगे...

गेसे जम्पा

नीरजा माधव

मूल्य: $ 14.95

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गैंडा, कत्ल-ए-आम

वेद प्रकाश शर्मा

मूल्य: $ 6.95

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गोआ में तुम

बलराम

मूल्य: $ 9.95

स्त्री मन की पीड़ा को व्यक्त करता कहानी संग्रह...   आगे...

गोकुल मथुरा द्वारिका

रघुवीर चौधरी

मूल्य: $ 24.95

मूल गुजराती में समादृत इस कथात्रयी गोकुल मथुरा द्वारिका के नायक हैं श्रीकृष्ण, जो कथा में आद्योपांत यवनिका के पीछे तिरोहित रहते हैं, किंतु पाठक पग-पग पर उनका सान्निध्य पाता चलता है - अदृश्य, अगोचर, किंतु अनुभूति में व्याप्त। फिर ऐसे श्रीकृष्ण का जीवन-चरित लिखते हुए लेखक ने गोकुल मथुरा द्वारिका जैसे स्थलवाचक नाम क्यों दिये? श्रीकृष्ण का जीवन तो समग्र भारतवर्ष के साथ संबद्ध है?
गोकुल मथुरा द्वारिका कहते ही क्या संपूर्ण कृष्ण हमारे मानसपटल पर नहीं आ उपस्थित होते?
गोकुल के लोकनायक कृष्ण!
मथुरा के युगपुरुष कृष्ण!
द्वारिका के योगेश्वर कृष्ण!
अपने-अपने में परिपूर्ण मगर एक दूसरे की सर्वथापूरक यह उपन्यास-त्रयी हिंदी पाठकों को उस श्रीकृष्ण से परिचित करवाने का प्रयास है जो रसेश्वर से योगेश्वर
बने हैं।
एक से बढ़कर एक चुनौतियों का सामना करनेवाला यह चरित्र प्रत्येक युग के लिए प्रेरणादायक है। वे समग्र रूप में पुरुषोत्तम हैं! आनंद रूप में अनुभव-गम्य हैं!
‘अमृता’ उपन्यास के माध्यम से हिंदी पाठक जगत के बीच सुख्यात और साहित्य अकादमी पुरस्कारजयी कृतिकार रघुवीर चौधरी की यह उपन्यास-त्रयी इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है कि इसमें मिथक की गरिमा और कथात्मकता की रक्षा करते हुए आधुनिक जीवन और परिवेश की झलक भी पाठकों को स्पष्ट रूप में मिल जाती है।
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