लोकभारती प्रकाशन की पुस्तकें :
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कागज के टुकड़ेमौलिश्री
मूल्य: $ 5.95 प्रस्तुत है चुनी हुई कविताएँ.... आगे... |
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काँधों पर घरप्रज्ञा
मूल्य: $ 14.95 |
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कामायनीजयशंकर प्रसाद
मूल्य: $ 12 यह कृति भले ही पाठकों को गहरी रसमग्नता का संतोष न दे पर 'कामायनी' की समझ में अनेक भ्रान्तियों का निवारण करेगी और उसकी गहन अर्थ-व्यंजनाओं के उद्घाटन में मददगार होगी - व्युत्पत्यर्थ और दार्शनिक अनुषंगों की दृष्टि से आगे... |
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कामायनी का पुनर्मूल्यांकनरामस्वरूप चतुर्वेदी
मूल्य: $ 5.5 यह कृति 'प्रसाद' काव्य को समझने में दूर तक हमारी सहायता करती है, और साथ ही काव्य की हमारी समझ को बढ़ाती है आगे... |
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काले कोसबलवंत सिंह
मूल्य: $ 27 पंजाब की धरती की खूशबू में रसे-बसे और अपनी कमजोरियों-खूबियों से जूझते ये लोग देर तक पाठक की स्मृति में अपनी जगह बनाए रखते हैं आगे... |
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काव्य कवि-कर्म : सत्तरोत्तरी हिन्दी कविताए एम मुरलीधरन
मूल्य: $ 9.5 यह पहली पुस्तक है जिसमें हिन्दी काव्य साहित्य को राष्ट्रीय दृष्टि से विवेचि किया गया है। विचारधाराओं के दबाव और संगठनों के नजरिये से मुक्त होकर किया गया सटीक विश्लेषण इसे छात्रों के लिए ही नहीं अध्यापकों के लिए भी उपयोगी बनाता है आगे... |
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काव्य की भूमिकारामधारी सिंह दिनकर
मूल्य: $ 14.95 ‘‘काव्य की भूमिका’ राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की अनुपम कृति है जिसमें ग्यारह विचारोत्तेजक निबन्ध संग्रहीत हैं आगे... |
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काव्य चिन्तन : श्री अरविन्दमीरा श्रीवास्तव
मूल्य: $ 2 पुस्तक में 'दिखता हे एक ऋषि जिसकी पूर्व और पश्चिम के साहित्यों में सहज गति है, और वह हमें उस सहस्रमुखी आकंठ उच्चार के लिए तैयार कर रहा है जो एक नई सभ्यता का मंत्र बनने जा रहा है आगे... |
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काव्य भाषा : अलंकार रचना तथा अन्य समस्याएँयोगेन्द्र प्रताप सिंह
मूल्य: $ 4.5 बीसवीं शती में पश्चिमी साहित्य चिन्तन के प्रकाश में कविता की नई समीक्षा के आलोचनात्मक मानकों में काव्यभाषा पर आज अधिक बल दिया जा रहा है आगे... |
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काव्य भाषा पर तीन निबन्धरामस्वरूप चतुर्वेदी
मूल्य: $ 5.75 पुस्तक में उन्हीं के लिखे हुए तीन निबंध संकलित हैं जिनकी हिन्दी आलोचना में प्रशंसा होती रही है आगे... |