हास्य-व्यंग्य
|
काग के भाग बड़ेप्रभाशंकर उपाध्याय
मूल्य: Rs. 145 ऋग्वेद में मंत्रवाची मुनियों को टर्राने वाले मेढकों की उपमा दी गई है... आगे... |
|
एक म्यान दो तलवारकुलविंदर सिंह कंग, जसप्रीत कौर कंग
मूल्य: Rs. 125
‘हास्य-व्यंग्य’ जीवन का आधार होता है ! यह कमियों की ओर इंगित करता है और बैठकर विचार करने को विवश करता है !... आगे... |
|
खेद नहीं हैमृदुला गर्ग
मूल्य: Rs. 300
ये सभी लेख पिछले कुछ वर्षों से ‘इंडिया टुडे’ पत्रिका में ‘कटाक्ष’ स्तंभ के अंतर्गत प्रकाशित हो रहे हैं... आगे... |
|
लोकतंत्र के पायेमनोहर पुरी
मूल्य: Rs. 200 बहुत दिन से कई लोग मेरे पीछे लगे हुए थे कि मैं देह-दान कर दूँ... आगे... |
|
जो करे सो जोकरअशोक चक्रधर
मूल्य: Rs. 100 जो करे सो जोकर... आगे... |
|
राम भरोसेविवेक रंजन श्रीवास्तव
मूल्य: Rs. 80 विवेक रंजन श्रीवास्तव के कुछ छंटे हुए व्यंग्य लेखों का संकलन... आगे... |
|
कौआ कान ले गयाविवेक रंजन श्रीवास्तव
मूल्य: Rs. 60 व्यंग्य लेखों का अनुपम संग्रह ‘कौआ कान ले गया’... आगे... |
|
हुल्लड़ हज़ाराहुल्लड़ मुरादाबादी
मूल्य: Rs. 150 हुल्लड़ जी के एक हजार से भी अधिक दोहों का पहला संकलन... आगे... |
|
दमदार और दुमदार दोहेहुल्लड़ मुरादाबादी
मूल्य: Rs. 100 हास्य कविताएं जो अपनी फलश्रुति में पाठक या श्रोता को एक ऐसे आत्मसत्य के सन्मुख खड़ा कर देती हैं, जहां वह समस्या पर गंभीर चिंतन के लिए विवश हो जाता है।... आगे... |
|
जिंदगी ज़िंदादिली का नाम हैज़किया ज़हीर
मूल्य: Rs. 199 और मज़े की बात तो ये है कि कुछ न कहने पर भी हमेशा हम पर ये इल्ज़ाम लगा कि हम बहुत ज़्यादा बोलते हैं आगे... |