संस्कृति
|
रामलीला की उत्पत्ति तथा विकासमोहन राम यादव
मूल्य: $ 20.95
भक्ति-संप्रदाय में वे भगवान् के अवतार माने जाते हैं। अतः उनके चारित्रिक गुण एवं जीवन का ज्ञान बड़े उत्साह से प्राप्त किया जाता है। रामलीला का आयोजन भारत में तो अत्यन्त प्राचीन काल से होता ही रहा है, विदेशों में भी सहस्त्रो वर्षों से बसे भारतीय इसे अक्षुण्ण बनाये हुए हैं। इस प्रकार रामलीला ने विदेशों में स्थापित भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध को ऐसा दृढ बना दिया है कि सहस्त्रों वर्षों तक निरंतर प्रयत्न करते रहने पर भी काल उसे नष्ट करने में समर्थ नहीं हो सका है। इसमें सांस्कृतिक जीवन कि ऐसी महत्तपूर्ण झाँकी मिलती है जो इस युग में भी समस्त क्षेत्रों में मानव का पथ-प्रदर्शन करने में सर्वथा समर्थ है। आगे... |
|
प्रगतिशील सांस्कृतिक आन्दोलनमुरली मनोहर प्रसाद सिंह
मूल्य: $ 30.95
प्रस्तुत पुस्तक प्रगतिशील आंदोलन की इसी निरंतरता पर भी केंद्रित है। सांगठनिक धरातल पर आंदोलन के विकास की रूपरेखा बताने तथा संभावनाएँ तलाशनेवाले लेखों के साथ-साथ कुछ महत्त्वपूर्ण समकालीन रचनाकारों व रंगकर्मियों के द्वारा अपने-अपने सांस्कृतिक कर्म में प्रगतिशील आंदोलन का प्रभाव बतानेवाले आत्मकथ्य भी हैं। आगे... |
|
भारतीय संस्कृति के स्वरमहादेवी वर्मा
मूल्य: $ 7.95 |
|
प्राचीन अयोध्या के राजनैतिक एवं सांस्कृतिक अध्ययनरामबिहारी उपाध्याय
मूल्य: $ 24.95 |
|
संस्कृति के चार अध्यायरामधारी सिंह दिनकर
मूल्य: $ 30.95 |
|
अगरियावेरियर एलविन
मूल्य: $ 20.95
अगरिया आगे... |
|
आदि धरमरामदयाल मुण्डा
मूल्य: $ 34.95
आदि धरम... आगे... |
|
1857 इतिहास कला साहित्यमुरली मनोहर प्रसाद सिंह
मूल्य: $ 20.95
1857 इतिहास कला साहित्य... आगे... |
|
1857 बिहार-झारखंड में महायुद्धप्रसन्न कुमार चौधरी
मूल्य: $ 24.95
1857 बिहार-झारखंड में महायुद्ध... आगे... |
|
108 दिव्य शक्तिपीठबनवारी लाल कंछल
मूल्य: $ 10.95 108 दिव्य शक्तिपीठ... आगे... |