हास्य-व्यंग्य >> ताजमहल का उद्घाटन ताजमहल का उद्घाटनअजय शुक्ला
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
ताजमहल का टेंडर तो जारी हो चुका था। चीफ इंजीनियर गुप्ताजी की देख-रेख में उनके विश्वस्त ठेकेदार भइयाजी को ठेका मिलना ही था। ठेका मिला भी और घोटाले के आरोपों के बीच काम भी शुरू हो गया। किन्तु मुग़ल शासन की समस्या का अंत नहीं। इधर औरंगजेब ने सत्ता संभाली और उधर दारा शिकोह उसके पीछे पड़ गया। अदालत ने हस्तक्षेप किया तो औरंगजेब की ताजपोशी ही खतरे में पड़ गई। अब क्या औरंगजेब को भी चुनाव लड़ना पड़ेगा ? ऐसी परिस्थिति में ताजमहल का उद्घाटन कैसे होगा ?
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