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गीता प्रेस, गोरखपुर >> गीता माधुर्य

गीता माधुर्य

स्वामी रामसुखदास

प्रकाशक : गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 915
आईएसबीएन :81-293-0142-3

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श्रीमद्भगवद्गीता मनुष्य मात्र को सही मार्ग दिखाने का सार्वभौम ग्रन्थ है। लोगों में इसका अधिक से अधिक प्रचार हो और लोग इसका पालन करें।

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