अतिरिक्त >> आर्थिक विकास और स्वातंत्र्य आर्थिक विकास और स्वातंत्र्यअमर्त्य सेन
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आर्थिक विकास और स्वातंत्र्य...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
प्रो. अमर्त्य सेन की आज तक प्रकाशित सभी कृतियों में अन्यतम जो इक्कीसवीं सदी में मनुष्य के समग्र विकास, संतुष्टि तथा सुरक्षा के लिए एक बिलकुल नवीन दर्शन प्रस्तुत करती है और जो गरीबी हटाने की कार्ययोजना का भी आधार बन सकती है। पाश्चात्य जगत में भूरि-भूरि प्रशंसित।
‘अद्भुत...इस पुस्तक में यह तर्क अपना चरम उत्कर्ष प्राप्त करता है-कि विकास का प्रमुख लक्ष्य तथा उद्देश्य स्वातन्त्र्य ही है। लेखक ने एक कठिन विषय के सभी पक्षों को बड़े सहज ढंग से प्रस्तुत किया है।’
‘अद्भुत...इस पुस्तक में यह तर्क अपना चरम उत्कर्ष प्राप्त करता है-कि विकास का प्रमुख लक्ष्य तथा उद्देश्य स्वातन्त्र्य ही है। लेखक ने एक कठिन विषय के सभी पक्षों को बड़े सहज ढंग से प्रस्तुत किया है।’
- न्यूयार्क टाइम्स
‘अन्य नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थसास्त्रियों के विपरीत अमर्त्य सेन ने समाज के सबसे निचले वर्ग के लोगों को अपना विषय बनाया है। उन्होंने शीर्ष पर स्थित लोगों पर ध्यान नहीं दिया है।’
- शिकागो ट्रिब्यून
‘अमर्त्य सेन द्वारा व्यक्त तथा समर्पित विचार अत्यन्त आकर्षक हैं।’
- इकॉनामिस्ट
‘इस पुस्तक में तर्क की ताजगी के साथ विरोधी विचारों को भी स्वीकार करने की भावना है।’
- एटलांटिक मंथली
‘अमर्त्य सेन के विचार क्रांतिकारी संभावनाओं से पूर्ण हैं।’
- फॉरेन एफेयर्स
‘बिलकुल नये विचार...ताजगी के भरपूर, विद्वतापूर्ण तथा मानवीय...सेन के आशावाद तथा योजनाओं से मनुष्य सोचने लगता है, कि समस्याओं का सचमुच कोई हल है।’
- बिज़नेसवीक
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