कहानी संग्रह >> बीच बहस में बीच बहस मेंनिर्मल वर्मा
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निर्मल वर्मा की कहानियों के पात्र एक दूसरे को भीतर से समझते हैं, इसलिए उनमें आपस में कोई विरोध या संघर्ष नहीं है.
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