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कविता संग्रह >> भूख का मानचित्र

भूख का मानचित्र

सचिन कुमार जैन

प्रकाशक : विकास संवाद प्रकाशित वर्ष : 2010
पृष्ठ :38
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 8905
आईएसबीएन :9788190830270

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भूख को गाया नहीं जा सकता, उसकी तड़प को महसूस करने की जरूरत होती है...

Ek Break Ke Baad

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

भूख को गाया नहीं जा सकता, उसकी तड़प को महसूस करने की जरूरत होती है। उससे बात करना होता है और जब आप उससे बात करते हैं तो कविता का जन्म होता है।

भूख अपने में कुछ भी नहीं है, लेकिन जब आप उसे सम्पूर्ण आभामण्डल के साथ देखते है तो उसकी विकरालता का अन्दाजा होता है। एक बात और कि भूख को जितना समझने की कोशिश की, हम उतना ही उसमें उलझते चले गये।

कविताओं के इस संकलन मे हमने इसे दिखाने की कोशिश की है।

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