कविता संग्रह >> स्मृति स्मृतिअभिषेक अवस्थी
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साहित्यकार को युगदृष्टा कहा गया है...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
साहित्यकार को युगदृष्टा कहा गया है। काव्य जीवनानुभूतियों की अभिव्यक्ति है क्योंकि साहित्य समाज का दर्पण है। कविताओं में मनुष्य को प्रभावित करने की अदभुत् शक्ति होती है।
अभिषेक जी ने अपने मन की बातों को काव्य रूप में ढालकर बड़े ही सरल ढंग से प्रस्तुत किया है। उनकी रचनाओं में जहां एक ओर बालकबोध समने आता है वहीं समाज के प्रति एक गंभीर व्यक्तित्व की छवि देखने को मिलती है, जो समाज के दर्द को सहन करने में सक्षम नहीं रहा होता और अपने दर्द को काव्यमाला में पिरोता है।
पुस्तक में पाठकों को तृप्त करने की सारी पाठ्य सामग्री रचनाकार ने प्रतुत की है। उनके काव्य में जहां एक ओर यथार्थता के दर्शन होते हैं वहीं उनकी कविताएं जीवन के कटु सत्य को प्रतिपादित करती हैं।
अभिषेक जी ने अपने मन की बातों को काव्य रूप में ढालकर बड़े ही सरल ढंग से प्रस्तुत किया है। उनकी रचनाओं में जहां एक ओर बालकबोध समने आता है वहीं समाज के प्रति एक गंभीर व्यक्तित्व की छवि देखने को मिलती है, जो समाज के दर्द को सहन करने में सक्षम नहीं रहा होता और अपने दर्द को काव्यमाला में पिरोता है।
पुस्तक में पाठकों को तृप्त करने की सारी पाठ्य सामग्री रचनाकार ने प्रतुत की है। उनके काव्य में जहां एक ओर यथार्थता के दर्शन होते हैं वहीं उनकी कविताएं जीवन के कटु सत्य को प्रतिपादित करती हैं।
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