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			 कविता संग्रह >> काल चक्र काल चक्रविद्या चौहान
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मानव हृदय की रागात्मक अनुभूतियों की अभिव्यंजना कविता है.....
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
मानव हृदय की रागात्मक अनुभूतियों की अभिव्यंजना कविता है। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के साथ व्यक्ति की संवेदनाएं संयुक्त होती हैं और मानसिक धरातल पर बिम्बात्मक रूप धारण करती हैं। उन बिम्बों की नैसर्गिक अभिव्यक्ति सार्थक शब्दों के माध्यम से सहृदय के आस्वाद का हेतु बनती हैं। कवि-कर्म की सफलता अर्थवान शब्दों की खोज में है जो अनुभूति और रूप दोनों के उत्कर्ष का साधन बनता है। किसी भी रचना के माध्यम से कवि के अन्तरंग रहस्यों को आत्मसात किया जा सकता है।
			
		  			
			
						
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