कहानी संग्रह >> छाया मत छूना मन छाया मत छूना मनसुधा शुक्ला
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लेखिका का चिन्तन सतत् प्रवाहमान है। वह जगत में घटित होने वाले कार्य-व्यापारों पर सूक्ष्म दृष्टि रखती है। फिर उसे अपने चिंतन में किसी कथानक का रूप देकर अभिव्यक्त करती हैं
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