कहानी संग्रह >> अमरीका मेरी जान अमरीका मेरी जानहरिओम
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जीवन-संघर्ष एवं कला-संघर्ष को अभिव्यक्त करती कहानियाँ।
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
हरिओम की कविताएँ तो पढ़ी थी, लेकिन कहानियाँ नहीं। कम लेखक होते हैं जो कविताओं के साथ बढ़िया कथाएँ भी लिखते हैं। इस दृष्टि से विचार करने पर आधुनिक लेखकों में सबसे पहले प्रसाद, नागार्जुन और अज्ञेय याद आते हैं। हरिओम इन्हीं लेखकों की श्रेष्ठ परम्परा पर चलने और उसे विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं।
हरिओम की ये कहानियाँ उनके जीवन-संघर्ष एवं कला-संघर्ष को अभिव्यक्त करती हैं। ये कहानियाँ स्वागत-योग्य हैं और युवा पीढ़ी की नई कथा-उपलब्धियों की झलक देती हैं। आशा है वह भविष्य में हिन्दी कथा साहित्य को और समृद्ध करने का अपना प्रयास जारी रखेंगे।
हरिओम की ये कहानियाँ उनके जीवन-संघर्ष एवं कला-संघर्ष को अभिव्यक्त करती हैं। ये कहानियाँ स्वागत-योग्य हैं और युवा पीढ़ी की नई कथा-उपलब्धियों की झलक देती हैं। आशा है वह भविष्य में हिन्दी कथा साहित्य को और समृद्ध करने का अपना प्रयास जारी रखेंगे।
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