गजलें और शायरी >> संभाल कर रखना संभाल कर रखनाराजेन्द्र तिवारी
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तुम्हारे सजने-सँवरने के काम आयेंगे, मेरे खयाल के जेवर सम्भाल कर रखना....
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इतना मेरे बाद न करना
इतना मेरे बाद न करना।
देखो! मुझको याद न करना।।
दिल तो घबरायेगा लेकिन,
तनहाई आबाद न करना।
जितने हैं उतने काफ़ी हैं,
दर्द नये ईजाद न करना।
सच्चाई की तामीरों में,
ख़्वाबों की बुनियाद न करना।
दुनिया कब किसकी सुनती है,
दुनिया से फ़रियाद न करना।
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