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गीता प्रेस, गोरखपुर >> सत्संग के बिखरे मोती

सत्संग के बिखरे मोती

हनुमानप्रसाद पोद्दार

प्रकाशक : गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :202
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 878
आईएसबीएन :81-293-0222-5

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प्रस्तुत पुस्तक में सत्संग की महिमा का वर्णन किया गया है।

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