विविध >> कोड नेम गॉड कोड नेम गॉडमणि भौमिक (अनुवाद शिवानी खरे)
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इंसानों के लिए अध्यात्म और विज्ञान के बीच संतुलन बनाये रखने की महत्त्वपूर्ण जानकारी देती रोचक पुस्तक
मणि भौमिक लेज़र प्रौद्योगिकी के अगुआओं में से एक हैं जिन्होंने आंख की करेक्टिव लेसिक शल्य चिकित्सा को संभव बनाया। उनकी किताब कोड नेम गॉड दर्शाती है कि इंसानों के लिए अध्यात्म और विज्ञान दोनों कैसे जरूरी हैं और इन दोनों के बीच किस प्रकार सही संतुलन बनाए रखा जा सकता है।
इंसान और निर्माता के बीच की खाई बहुत पहले ही चौड़ी हो गई थी और बहुत लोगों का यह मानना है कि विज्ञान ही इसका कारण है। क्या भगवान मर गया? क्या धर्म और संप्रदाय लोगों को सिर्फ बहकाने का काम करते हैं? कोई चार सौ साल पहले तक किसी दैवी शक्ति में विश्वास दुनिया की सोच पर हावी रहा। विज्ञान के विकास और दार्शनिक संशयवाद में प्रगति के साथ, भगवान में इंसान का विश्वास मिटता सा लगा।
लेकिन विज्ञान को खुद एक झूठा भगवान साबित हुआ, जिसने इंसान को निराशा की नींद से जगा और मोहभंग की हालत में छोड़ दिया। ‘कोड नेम गॉड’ ईश्वर बोध का सहज और आसानी से समझ में आने वाला वैज्ञानिक तरीका उपलब्ध कराती है।
‘लेखक की निजी यात्रा... पूर्व आध्यात्मिकता और पश्चिमी विज्ञान के बीच आम आधार ढूंढ़ने की इस कोशिश को बड़ी ही वाक्पटुता से कहा गया है जो पढ़ने को बहुत मोहक बना देता है।’
इंसान और निर्माता के बीच की खाई बहुत पहले ही चौड़ी हो गई थी और बहुत लोगों का यह मानना है कि विज्ञान ही इसका कारण है। क्या भगवान मर गया? क्या धर्म और संप्रदाय लोगों को सिर्फ बहकाने का काम करते हैं? कोई चार सौ साल पहले तक किसी दैवी शक्ति में विश्वास दुनिया की सोच पर हावी रहा। विज्ञान के विकास और दार्शनिक संशयवाद में प्रगति के साथ, भगवान में इंसान का विश्वास मिटता सा लगा।
लेकिन विज्ञान को खुद एक झूठा भगवान साबित हुआ, जिसने इंसान को निराशा की नींद से जगा और मोहभंग की हालत में छोड़ दिया। ‘कोड नेम गॉड’ ईश्वर बोध का सहज और आसानी से समझ में आने वाला वैज्ञानिक तरीका उपलब्ध कराती है।
‘लेखक की निजी यात्रा... पूर्व आध्यात्मिकता और पश्चिमी विज्ञान के बीच आम आधार ढूंढ़ने की इस कोशिश को बड़ी ही वाक्पटुता से कहा गया है जो पढ़ने को बहुत मोहक बना देता है।’
फ्रिट्ज़ोफ कापरा, बेस्ट सेलिंग द ताओ ऑफ फिज़िक्स के लेखक
‘इस किताब में पदार्थ और आत्मा का मेल पेश किया गया है जो प्रेम करने और निष्पक्ष रहने की ओर लम्बे समय से ज़रूरी जान पड़ते क्रान्तिकारी कदम को उठाने में मदद करता है।’
लॉरा (मिसेज़ एल्डस) हक्सले, चिल्ड्रन : अवर अल्टीमेट इंवेस्टमेंट की संस्थापिका
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